वशीकरण मंत्र किसे चाहिए - An Overview





वशीकरण हमेशा नैतिक नहीं होता है. किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. वशीकरण हमेशा सफल नहीं होता है. इसका प्रभाव व्यक्ति की इच्छाशक्ति और मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है. वशीकरण के नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं. अगर वशीकरण गलत तरीके से किया जाए, तो इसका व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

हाँ, वशीकरण मंत्र का उपयोग व्यापार में सफलता के लिए किया जा सकता है। इन मंत्रों का उच्चारण करके आप व्यापार में उच्चतम सफलता की प्राप्ति के लिए अपनी इच्छा को प्रेरित कर सकते हैं। यह आपको व्यापारिक निर्णयों में सहायता प्रदान कर सकता है और आपके व्यापार को अग्रणी बनाने में मदद कर सकता है।

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं (अमुक) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥

मंत्र का उच्चारण: मंत्र को स्पष्ट ध्यान और श्रद्धा के साथ उच्चारण करें। एक विशेष आवाज में मंत्र का उच्चारण करें और ध्यान दें कि आपकी इच्छा पूरी हो रही है।

इसमें विभिन्न यंत्र, तंत्र, और ताबीज का उपयोग किया जाता है.

नमो भगवते कामदेवाय सर्वजन प्रियाय सर्वजन सम्मोहनाय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल हन हन वद वद तप तप सम्मोहय सम्मोहाय सर्वजन मे वशं कुरू कुरू स्वाहा

ॐ नमो काला कलबा काली रात जिसकी पुतली मांझा राख काला कलवा घाट बाट सोती को जगाई लाव, बैठी को उठाई लाव खड़ी को चला लाव, बेगी धर्या लाव मोहनी जोहनी चल राज की टांड ‘अमुकी’ हजार जाप करे।

पुष्प वशीकरण, में फूलों के जरिए किसी व्यक्ति को अपने वश में किया जाता है। अधिकांश मामले में यह मंत्र प्रेमी प्रेमिका के ऊपर प्रयोग किया जाता है। इससे उनके भीतर प्रेम जाग जाता है।

तिलक मोहन मंत्र का प्रयोग सर्वजन मोहन में होता है. आपने देखा होगा कुछ लोग बाहरी कार्य को सिद्ध करने के लिए इसका प्रयोग करते है.

ॐ क्लीं मोहय मोहय वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥

वशीकरण मंत्र के अलावा, आप अन्य टोटके और उपायों का भी उपयोग कर सकते हैं जो वशीकरण में मदद कर सकते हैं। ये उपाय विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे कि यंत्र, धार्मिक प्रयोग, धूप, दीपक, रत्न, या धारण किए जाने वाले वस्त्र। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप इन उपायों को सही ढंग click here से और संबंधित विधि का पालन करते हुए कर रहे हैं।

कामाख्या मंत्र को बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इस मंत्र को सिद्ध करने वाले साधक के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। मंत्र सिद्धि के नियम कठिन हैं इसलिए इसे मजाक में लेना खतरनाक है। इस दिशा में तभी आगे बढ़ना चाहिए जब आत्मविश्वास हो और उपलब्धि के प्रति प्रतिबद्धता हो। साधना के आरंभ में विनियोग, करणे, अंग न्यास करें। इसके बाद ध्यान के लिए अपनी चेतना को देवी के निम्नलिखित अतुलनीय स्वरूप पर केंद्रित करें-

काफी लम्बे समय से लोग इसका प्रयोग करते आ रहे है और खास मौको पर दी जानी वाली सुपारी इसी का हिस्सा होती थी.

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